रिवीजन के मजेदार तरीके / स्टडी मटेरियल और फ्लैश कार्ड्स से रिवाइज करें कोर्स, तैयारी को बनाएं आसान और इंट्रेस्टिंग

एजुकेशन डेस्क. परीक्षा का समय नज़दीक है। ऐसे में प़ूरे सिलेबस पर ध्यान लगाने के बजाय सिर्फ रिवीजन किया जाए तो समय पर तैयारी होना तय है। इन दिनों नोट्स को फोटोकॉपी करवाकर पढ़ना या ऑनलाइन नोट्स से पढ़ने का चलन बढ़ा है। ये तरीक़ा कुछ समय तक याद रखने के लिए तो ठीक है लेकिन विषय पर पकड़ और परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करने की उम्मीद इस तरह की पढ़ाई से करना बेमानी है।


खुद के बने नोट्स जितने सटीक और लंबे समय तक याद रखने के लिए मददगार होते हैं उतने ये शॉर्टकट तरीक़े नहीं हो सकते। इसलिए सही स्टडी मटेरियल और फ्लैश कार्ड्स बनाएं, जो पढ़ाई को आसान और मज़ेदार बना सकते हैं।


रिवीजन के आसान और मजेदार तरीकें




  1. स्टडी मटेरियल 


     


    नोट्स बनाते समय दिमाग में एक चीज़ साफ़ होनी बहुत ज़रूरी है कि हमें क्या और कितना लिखना है। जब हम ये जान लेते हैं कि क्या लिखना है तो बाकी चीजें खुद-ब-खुद साफ हो जाती हैं। 
     


     




  2. बुलेट नोट्स


     


    जिस भी विषय के नोट्स बना रहे हैं। सबसे पहले उससे सम्बंधित चैप्टर को लिख लें। उदाहरण के तौर पर यदि पहले चैप्टर के नोट्स बनाना चाहते हैं तो उसका पहला टॉपिक लिखें और उससे जुड़ी जानकारी जैसे तारीखें, जगह के नाम और उनकी खासियत आदि के अलग-अलग कॉलम बना लें। इसमें खास तारीख या जगह या कोई पात्र आदि को लिख दें। इससे जरूरी जानकारी को याद करना आसान होगा। 


     




  3. शॉर्टट्रिक्स 


     


    ये याद करने का आसान तरीका माना जाता है। इसमें बड़े वाक्यों को तोड़कर शब्दों में बांटा जाता है। उदाहरण के तौर पर डिवीजन, एडीशन और सब्ट्रैक्शन को ‘दास (DAS)’बनाकर याद कर सकते हैं। इसी तरह इतिहास में सन् और जगह आदि को याद करने के लिए भी इस तरह की ट्रिक्स की मदद ली जा सकती है। सभी अपने अनुसार इन्हें बना सकते हैं। 


     




  4. फॉन्ट्स बदलें 


     


    नोट्स बनाते समय लिखावट एक-सी न रखें। कोशिश करें कि अलग-अलग तरह से अलग जानकारी को लिखें। जैसे टॉपिक को बोल्ड अक्षरों में, तारीखों को टॉल फॉन्ट्स यानी कि लंबाई लिए हुए अक्षरों में लिखें। बाकी जानकारी को कैलीग्राफी स्टाइल में लिखें। इससे अक्षर दिमाग में बैठ जाएंगे और अपनी छवि छोड़ देंगे। इससे परीक्षा के वक़्त दिमाग में बना उनका चित्र उभर आएगा। 
     


     




  5. डायग्राम 


     


    ये तरीका काफी नया और असरदार है। इसमें विषय से सम्बंधित चित्र को उसके नाम के साथ बनाया जाता है। जैसे हिमालय की बात होने पर पहाड़ का चित्र साथ में बनाया जा सकता है या किसी शासक की बात होने पर ताज का चित्र बना सकते हैं। इससे विषय को याद करना मजेदार हो जाता है। 
     


     




  6. रिवीजन में मददगार कार्ड


     



    • फ्लैश कार्ड - परीक्षा के समय फ्लैश कार्ड्स याद रखने का सबसे आसान तरीका हैं। कार्ड शीट को 2-3 इंच के छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर इन्हें बनाया जाता है। ये कम शब्दों में अधिक जानकारी समेटे होते हैं। 

    • कलर कार्ड - इसमें अलग-अलग विषयों की जानकारी को अलग-अलग रंग की शीट पर लिख सकते हैं। इतिहास से सम्बंधित जानकारी को लाल तो अंग्रेज़ी के हरे फ्लैश कार्ड बना सकते हैं। इससे पता करना आसान होता है कि किस विषय की जानकारी किस फ्लैश कार्ड में है। इन कार्ड्स को रिंग में डालकर भी रख सकते हैं। 

    • ट्रिक आधारित कार्ड - इस तरह के कार्ड्स में आगे टॉपिक लिखा जाता है और पीछे उससे जुड़ी ज़रूरी जानकारी को कम शब्दों में लिखते हैं। उदाहरण के तौर पर अकबर के शासन काल के बारे में लिखना है तो आगे की ओर अकबर और पीछे उसके शासन काल का समय और उसके वंश के बारे में लिख सकते हैं, ताकि नाम देखते ही बाकी की चीजें याद आ जाएं। 

    • चैप्टर कार्ड - फ्लैश कार्ड्स को अधिक जानकारी वाला बनाना चाहते हैं तो कार्ड्स पर आगे टॉपिक लिखने के साथ ही छोटे अक्षरों में चैप्टर की संख्या डाल सकते हैं। पीछे बाकी की जानकारी के साथ चित्र भी बना सकते हैं।


     




  7. तुरत-फुरत रिवीजन के लिए ‘ढेरी अंदाज़’ 


     


    इस तरीके में तीन ढ़ेरियां बनाएं । इसमें पहली ढ़ेरी में हां, दूसरी में ना और तीसरी में शायद वाले कार्ड रखे जाएंगे। अब किसी एक विषय के फ्लैश कार्ड लें, जो आपको लगता है कि पूरी तरह से याद हो गया है। जांचे, अगर सबकुछ याद है, तो उसे हां की ढेरी में रखें। अगर कार्ड को देखकर कुछ भी याद नहीं आ रहा है, तो उसे ना की ढेरी में रखें। किसी विषय के कार्ड में कुछ याद हो, कुछ नहीं, तो उसे शायद वाली ढेरी में रख दें। परीक्षा के समय जैसे-जैसे हां वाली ढ़ेरी बढ़ती जाएगी, आप आश्वस्त होते जाएंगे कि तैयारी पूरी हो चुकी है।